दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो नहीं जो मुस्कान देती है।
असल दोस्ती तो वो है जो पानी में गिरा आँसू भी,
बिना देखे पहचान लेती है।
साथ चलने का हुनर रखते हैं हम,
हर मोड़ पर दोस्ती निभाते हैं हम।
मौत भी आ जाए तो क्या ग़म,
दोस्ती में जान तक लुटा देते हैं हम।
तेरी दोस्ती का कोई जवाब नहीं,
ये दिल तुझ बिन कभी बेहाल नहीं।
तेरे जैसा दोस्त खुदा ने मुझे क्या दिया,
लगता है अब कोई सवाल नहीं।
वक़्त की यारी तो हर कोई करता है,
मजा तो तब है जब वक़्त बदल जाए,
पर यार ना बदले...
बस वही सच्ची दोस्ती कहलाती है।
तू साथ है तो हर राह आसान लगती है,
तेरे बिना ज़िंदगी वीरान लगती है।
दोस्ती निभाना तेरी आदत है शायद,
तभी हर बात में तेरी पहचान लगती है।
सच्चे दोस्त हमें कभी गिरने नहीं देते,
ना किसी की नजरों में, ना किसी के कदमों में।
वो खामोश रहकर भी सब समझ जाते हैं,
और मुस्कुराकर हमारी दुनिया बदल देते हैं।
दोस्ती वो नहीं जो जान लेती है,
दोस्ती वो है जो जान दे देती है।
हर कदम पर साथ निभाना जो सीखे,
वही दोस्ती कहलाती है।
जब भी कोई मुश्किल आई,
तेरी दोस्ती सबसे पहले याद आई।
ज़िंदगी के हर मोड़ पर तू साथ रहा,
तू नहीं तो जैसे पूरी दुनिया ही अधूरी लग आई।
ना कोई दर, ना कोई दीवार होती है,
जहाँ दोस्ती होती है वहीं त्यौहार होती है।
ये रिश्ता ना खून का, ना नाम का होता है,
फिर भी हर रिश्ते से प्यारा होता है।
हर खुशी में तेरा नाम आता है,
तेरे बिना ये दिल बहुत घबराता है।
तू ही तो है जो हर दर्द को भुला दे,
तेरी दोस्ती ही है जो हर घाव सहला दे