• 09 Sep, 2024

Kuchh Na Kaho Chup Hi Raho 4 Love Romantic Poem

Kuchh Na Kaho Chup Hi Raho 4 Love Romantic Poem

Romantic Poem is a Sound of heart. ‘Kuchh Na Kaho’ is written in some line. The romantic poems also an excellent and readable and enjoyable feeling of heart. Today I am going to share my feeling of love poem which is written by me. here you can read my all poem in Hindi and English versions.

I am happy you are here to read my poem and Shayari. love …! its a real part of our life and we do it once a time in our life. if we do… we also feel the world is wonderful and our life is also beautiful. So please be here and read my poem.


हिंदी :- प्रेम कविता यह दिल आवाज़ है। जो कुछ शब्दों में बया की गयी हैं | प्रेम कविता दिल की अच्छी और पठनीय और आनंददायक अनुभूति भी है। आज मैं अपनी प्रेम कविता की भावना को साझा करने जा रहा हूँ जो मेरे द्वारा लिखी गई है। यहाँ आप मेरी सभी कविताएँ हिंदी और अंग्रेजी संस्करण में पढ़ सकते हैं। मुझे खुशी है कि आप मेरी कविता और शायरी पढ़ने के लिए यहां हैं।

प्रेम …! यह वास्तव में हमारे जीवन का हिस्सा है और हम अपने जीवन में एक बार जरुर करते हैं। अगर हम करते हैं … तो हम महसूस करते हैं कि दुनिया अद्भुत है और हमारा जीवन भी सुंदर है। प्रेम के बारे में हम पूरी किताब लिख दे तो भी इशकी परिभासा हम नहीं लिख शकते ! तो कृपया यहाँ रहें और मेरी कविता पढ़ें और अपनी टिप्पणी छोड़ें कि मेरी कविता कैसी है।


Kuchh na kaho,
Chup hi raho..
Ban ke dhadkan,
Dil me raho..
Dekho duniya badal rahi hai…
Log badal rahe hai…
Waqt ke sath – sath,
Inki bate badal rahi hai…

Tum na badal jan..
Dur na jana..
Banke humsafar.
Sath nibhana…
..
Dekho chand bhi sarma rha hai..
apni chandni ko dekh kr,
Badlo me chhip ja rha hai…
Kahta nahi kuchh bhi.
Khud ko akela tadpa rha hai…
Mohabbat ki ye reet,
Aaj bhi juda hokar nibha rha hai…